✍🏻 July 21, 2017 pratima Expectations lead to disappointments. Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related
ये ज्यादा उम्मीदें ही तो है , जो बाद में काँटो की तरह चूभती हैं , “और ये खुद में भरोशा ही तो है , जो हमे आगे बढने में मदद करती है ” इसिलिये कहते है ना कर उम्मीद किसी से, बस जगा लो अपना भरोशा , ये दुनिया तेरे कदमों में होगी , LikeLiked by 1 person Reply
ये ज्यादा उम्मीदें ही तो है ,
जो बाद में काँटो की तरह चूभती हैं ,
“और ये खुद में भरोशा ही तो है ,
जो हमे आगे बढने में मदद करती है
”
इसिलिये कहते है ना कर उम्मीद किसी से,
बस जगा लो अपना भरोशा ,
ये दुनिया तेरे कदमों में होगी ,
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bhut khoob👌🏻👌🏻
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